अधिगम स्थानांतरण
अधिगम अंतरण = जब एक स्थिति में सीखा हुआ ज्ञान दूसरी स्थिति में प्रयोग किया जाता है तो उसे अधिगम अंतरण कहते हैं
■ पूर्व में सीखी गई विषय वस्तु का अनुप्रयोग नवीन परिस्थितियों में करना ही अधिगम का स्थानांतरण कहलाता है
1 सकारात्मक अधिगम अंतरण =जब एक स्थिति में सीखा हुआ ज्ञान किसी दूसरी स्थिति में सहायता प्रदान करता है तो इसे सकारात्मक या धनात्मक स्थानांतरण कहते हैं
उदाहरण - ★गणित विषय का ज्ञान भौतिकी के ज्ञान में सहायक होता है
★ साइकिल चलाने वाला स्कूटर चलाना आसानी से सीख जाता है
2 नकारात्मक स्थानांतरण= जब एक स्थिति में सीखा हुआ ज्ञान की दूसरी स्थिति में बाधा उत्पन्न करता है तो इसे नकारात्मक या प्रतिकूल स्थानांतरण कहते हैं
उदाहरण ★अमेरिका के ड्राइवर को भारत में कार चलाने में बाधा उत्पन्न होती है
3 शून्य स्थानांतरण= जब एक स्थिति में सिखा हुआ ज्ञान, दूसरी स्थिति में न तो सहायता प्रदान करता है और ना ही बाधा उत्पन्न करताा है शून्य स्थानांतरण कहते हैं
उदाहरण - ★क्रिकेट मैच में बैटिंग का ज्ञान बोलिंग में सहायक नहीं होता है और ना ही किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करता है
संरचनावाद के अनुसार
1 क्षैतिज स्थानांतरण - किसी एक परिस्थिति में सीखे गए ज्ञान का प्रयोग उसी के समान किसी दूसरी परिस्थिति में करना क्षैतिज स्थानांतरण कहलाता है
उदाहरण- वर्ण सीख कर व्याकरण सीखना
2 उर्ध्व स्थानांतरण - किसी निम्न परिस्थिति में अर्जित ज्ञान का प्रयोग उच्च परिस्थिति में करना उर्ध्व स्थानांतरण कहलाता है
उदाहरण- सातवीं कक्षा के बालक से दसवीं का प्रश्न पत्र हल करवाना
3 द्विपार्श्व स्थानांतरण - किसी एक परिस्थिति में अर्जित ज्ञान का प्रयोग सभी परिस्थितियों में समान रूप से करना द्विपार्श्व स्थानांतरण कहलाता है
उदाहरण- एक दिन डंडे से मार खाने के बाद छात्र का दूसरे दिन शिक्षक के हाथ में डंडा देखते ही डर जाना
अधिगम स्थानांतरण के सिद्धांत
1 मानसिक शक्तियों के स्थानांतरण का सिद्धांत =
समर्थक - जॉन लॉक
2 समरूप तत्व का सिद्धांत =
प्रतिपादक - थोर्नडाइक
3 सामान्यीकरण का सिद्धांत
प्रतिपादक - C H जड़
4 आदर्शों व मूल्यों का सिद्धांत
प्रतिपादक - डब्लू सी बागले
5 दो तत्व स्थानांतरण सिद्धांत
प्रतिपादक - स्पीयर मैन
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