Ncf-2005

 Ncf-2005 (राष्ट्रीय पाठ्यचर्या कार्यक्रम 2005)

◆ सर्वप्रथम ncf-2005 का विचार NPE -1986 के तहत किया गया 

◆ NPE-1986 में इस बात पर बल दिया गया कि पाठ्यचर्या को राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण की पृष्ठभूमि तैयार करनी चाहिए

◆ NPE-1986 के तहत पाठ्यचर्या राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली को विकसित करने का साधन है 

◆ POA - 1992 ( प्रोग्राम ऑफ एक्शन ) में प्रसंगिकता, गुणवत्ता, लचीलापन के तत्वों पर बल दिया और NPE के प्रावधानों का क्रियान्वयन किया 

■ 1993 में यशपाल शर्मा समिति ने कहा की बालकों को तनावमुक्त व बिना बोझ की शिक्षा प्रदान की जाए 

■ स्कूली शिक्षा के विकास हेतु पाठ्यचर्या का निर्माण MHRD द्वारा किया गया 

◆ NCF-2005 विद्यालय शिक्षा का सबसे नवीनतम दस्तावेज माना जाता है 

◆ NCF-2005 का निर्माण का प्रमुख उद्देश्य बालकों के सामाजिक गुणों का विकास करने तथा उन्हें सुयोग्य नागरिक बनाने से है इसी कारण ncf-2005 में समाजिक अध्ययन जैसा नवीन विषय जोड़ा गया

■ NCF-1975 (first)

■ NCF-1988 (second)

■ NCFSE - 2000 (third)

■ NCF-2005 

★ NCF-2005 का निर्माण रविंद्र नाथ टैगोर के सभ्यताएं एंव प्रगति निबंध की तर्ज पर किया गया, टैगोर के अनुसार जो सीखता है वही शिक्षक है, जो सीखता नहीं वो शिक्षक नहीं,जो जलता है वही दीपक है, जो जलता नहीं वो दीपक नहीं

■ Ncf-2005 में शिक्षकों की क्रियाशीलता में वृद्धि करने पर सर्वाधिक बल दिया गया 

■ ncf-2005 की शुरुआत गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के उद्धरण से की गई - संरचनात्मक एवं उधार आनंद बचपन की कुंजी है किंतु नासमझ व्यस्क द्वारा विकृति को खतरा है

◆ ncf-2005 के तहत लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर सर्वाधिक बल दिया गया

◆ ncf-2005 की कार्यशाला का आयोजन नई दिल्ली में किया गया 

◆ ncf-2005 के तहत बालकों को प्रारंभिक शिक्षा उनकी मातृभाषा में दी जानी चाहिए

◆ ncf-2005 के तहत बालकों के मूल्यांकन पर सर्वाधिक बल दिया गया जिसके तहत निम्न मूल्यांकन प्रणाली पर बल दिया गया - 

1 सामूहिक मूल्यांकन प्रणाली

2 खुली पुस्तक मूल्यांकन प्रणाली 

3 CCE 

4 परीक्षा मूल्यांकन प्रणाली -

 (a) वस्तुनिष्ठ  (ब) निबंधात्मक 


ncf-2005 में CCE पर विशेष बल दिया गया


■ Ncf-2005 का निर्माण NCERT के तत्वाधान में हुआ 

■ NCF-2005 का निर्माण का श्रेय प्रोफेसर यशपाल शर्मा को जाता है 

ncf-2005

  3 -  NCERT सदस्य 

35- कार्यकारी सदस्य 

■ राजस्थान से एकमात्र सदस्य रोहित धनकर (जयपुर) थे 

◆ ncf-2005 का निर्माण 22 भाषाओं में लागू किया गया, जिसे 17 राज्यों ने स्वीकार किया


NCF-2005 के तहत 5 मार्गदर्शी सिद्धांतों का वर्णन किया गया-

1 बालकों के संपूर्ण  ज्ञान को स्कूल के बाहरी जीवन से जोड़ने का सिद्धांत

 2 बालकों को रटने की प्रवृत्ति से मुक्ति का सिद्धांत 

3 पाठ्यचर्या पाठ्य पुस्तक केंद्रित ना रह जाए का सिद्धांत (सह शैक्षिक गतिविधियां शामिल की जाए )

4 बालक की परीक्षा प्रणालियों को लचीलेपन से युक्त करना तथा कक्षागत गतिविधियों से जोड़ा जाए

 5 राष्ट्रहित के प्रति आस्थावान विद्यार्थी तैयार किया जाए


Ncf-2005 के सुधार - 

◆ ज्ञात से अज्ञात, मूर्त से अमूर्त की ओर शिक्षण सूत्र का प्रयोग 

◆ ज्ञान को सूचना नहीं माना जाए

◆ विशाल पाठ्यक्रम व मोटी किताबे शिक्षा प्रणाली की असफलता का कारण न बने

 ◆ मूल्यों का उदाहरण न देकर वातावरण की स्थापना की जाए 

◆ अभिभावकों को बालकों से उच्च आकांक्षा नहीं रखनी चाहिए 

◆ बच्चों को बाहरी जीवन से जोड़ना 

◆ कक्षा कक्ष में श्रेष्ठ वातावरण का निर्माण किया जाना चाहिए 

◆ विद्यार्थियों को विचारों के अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान करना चाहिए 

◆ प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में दी जाए

 ◆ बालकों को मौलिक चिंतन के अवसर प्रदान किए जाए 

◆शिक्षकों को अकादमिक संसाधन व नवाचार की सामग्री समय पर पहुंचाई जाए 


ncf-2005 के निर्देशक तत्व 

1 विद्यालय का माहौल पाठ्यचर्या का हिस्सा हो 

2 पढ़ाई को रिटर्न प्रणाली से मुक्ति मिले 

3 परीक्षा को कक्षा की गतिविधि से जोड़ दें

 4 विद्यार्थियों को चौमुखी विकास के अवसर प्रदान करें 

5 प्रजातांत्रिक ढांचे को मजबूत बना दे

 ncf-2005 में चार महत्वपूर्ण विषयों के बारे में सुझाव देता है

1भाषा - 

● त्रिभाषा सूत्र लागू (कोठारी आयोग द्वारा) 

● शिक्षा मातृभाषा के रूप में 

● छात्रों में बहुभाषी प्रवीणता का विकास 

● अंग्रेजी कक्षा 1 से अनिवार्य है

●  आरंभिक स्तर पर भाषा कौशलों का विकास

 2 विज्ञान 

● बालकों को  दैनिक जीवन के अनुभवों की सत्यता जानने व उनका विश्लेषण करने में सक्षम बनाना

●  बाल विज्ञान का प्रारंभ कर देश में अन्वेषण का माहौल उत्पन्न किया जाना चाहिए 

● बालकों को प्रयोजना के माध्यम से ज्ञान दिया जाना चाहिए 

3 गणित

● अनुभवों से गुथी हुई गणित पढ़ाना 

● अमूर्त की कल्पना में तार्किक चिंतन का विकास

● गणित का अन्य विषयों से सहसंबंध स्थापित करना

● बालकों की वैचारिक क्रिया का गणितीकरण करना 

4 सामाजिक विज्ञान- 

● जेंडर के संबंध में न्याय

● स्थानीय निकायों को मजबूत करना 

● एससी, एसटी के मामलों में जागरूकता 

● ज्ञान के विशिष्ट क्षेत्र की खोज



Ncf-2005 के प्रमुख उद्देश्य-

● बालकों को बिना बोझ की शिक्षा प्रदान की जाए

● रटन्त प्रवृत्ति पर रोक 

● बालकों की बौद्धिक क्षमता का विकास करना 

● बालकों की योग्यता अनुसार पाठ्यचर्या का निर्माण करना 

● शिक्षकों की क्रियाशीलता में वृद्धि करना

●  शिक्षकों को प्रेरक के रूप में तैयार करना

● सामाजिक गुणों का विकास करना 

● कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य बनाना

●  पर्यावरण शिक्षा को अनिवार्य करना 

● दसवीं कक्षा के परिणाम में गुणात्मक सुधार करना 

● त्रि-भाषा फार्मूले को लागू करना 

● करके सीखने के नियम पर बल 

● विद्यालय शिक्षा में ग्रेड प्रणाली को प्रारंभ करना


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